प्रभु श्रीकृष्ण की धरती मथुरा और वृन्दावन जाना हर भक्त की मनोकामना है। अपने आराध्य की जन्मभूमि और क्रीड़ा स्थल देखकर भक्त अपने आप को कृष्ण से जोड़ना चाहते हैं लेकिन इस बीच मथुरा और वृन्दावन में जो सबसे कठिन परिस्थित है वह है लोकल आवागमन।
वृन्दावन में इ ऑटो वालों ने डाका मचा रखा है। ५०० मीटर से एक किलोमीटर की दुरी तय करने के लिए सौ - सौ रुपये किराया वसूला जा रहा है। वृन्दावन की परिक्रमा करने के लिए एक ऑटो वाला बारह सौ से चौदह सौ रुपये ले रहा है।
भक्त भगवन के दर्शन के लिए दान और त्याग की भावना से जाता है लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं कि उसकी जेब को इतना काट लिया जाये कि वो भगवान दर्शन की सोच भी ना सके। उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश ट्रैफिक विभाग को इस तरफ नियम कानून बनाकर भक्तों की मदद करनी चाहिए।
वृन्दावन में इ ऑटो वालों ने डाका मचा रखा है। ५०० मीटर से एक किलोमीटर की दुरी तय करने के लिए सौ - सौ रुपये किराया वसूला जा रहा है। वृन्दावन की परिक्रमा करने के लिए एक ऑटो वाला बारह सौ से चौदह सौ रुपये ले रहा है।
भक्त भगवन के दर्शन के लिए दान और त्याग की भावना से जाता है लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं कि उसकी जेब को इतना काट लिया जाये कि वो भगवान दर्शन की सोच भी ना सके। उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश ट्रैफिक विभाग को इस तरफ नियम कानून बनाकर भक्तों की मदद करनी चाहिए।