अन्ना आंदोलन का लाभ उठाकर, कुमार विश्वास और प्रशांत भूषण के कन्धों पर चढ़कर मुख्यमंत्री बनेअरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कल ईडी ने गिरफ्तार किया। केजरीवाल ने अन्ना आंदोलन का लाभ उठाकर, कुमार विश्वास और प्रशांत भूषण के कन्धों पर चढ़कर जनता की भ्रष्टाचार के खिलाफ भावनाओं पर खेलकर सत्ता में आए थे। और आज केजरीवाल खुद भ्रष्टाचार का पैंट और बुशर्ट पहनकर घूम रहें हैं। केजरीवाल पर लगे आरोप, प्राथमिक दृष्टिकोण से सच दिखाई देते हैं। और पार्टी खुद ने माना है कि शराब नीति गलत थी और इसलिए जब ईडी ने इस पर जांच करना शुरू किया तो उन्होंने इसे खत्म कर दिया।
सामान्य रूप से लोग राजनीतिज्ञों पर भरोसा नहीं करते, लेकिन लोगों ने अरविंद केजरीवाल जैसे व्यक्ति पर विश्वास किया, जो अपने आप को आम आदमी बताते थे, लेकिन बाद में मुख्यमंत्री आवास बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर दिए, और फिर अपने लाभ के अनुसार दिल्ली की शराब नीति को पॅकेज किया और फिर स्क्रैप कर दिया लेकिन वो भूल गए की केंद्र में मोदी बैठा है जो ना खाता है और ना खाने देता है।
शाह ने आबकारी निति में अपना मौका देखा और चौका लगा दिया।
सामान्य रूप से लोग राजनीतिज्ञों पर भरोसा नहीं करते, लेकिन लोगों ने अरविंद केजरीवाल जैसे व्यक्ति पर विश्वास किया, जो अपने आप को आम आदमी बताते थे, लेकिन बाद में मुख्यमंत्री आवास बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर दिए, और फिर अपने लाभ के अनुसार दिल्ली की शराब नीति को पॅकेज किया और फिर स्क्रैप कर दिया लेकिन वो भूल गए की केंद्र में मोदी बैठा है जो ना खाता है और ना खाने देता है।
शाह ने आबकारी निति में अपना मौका देखा और चौका लगा दिया।